नन्ही परी
नन्ही परी, गुड़ की डली,
चाशनी तू प्यार की।
रंगों भरी, नन्ही कली,
खुशियां की बहार सी।
चन्दा सा मुखड़ा, दिल का तू टुकड़ा।
मेरे आंगन की, जन्नत का टुकड़ा।
तेरी हंसी, मेरी खुशी,
बसंत की बयार सी।
कोयल सी बोली, ख्वाबों की डोली।
ममता की मूरत, सूरत की भोली।
स्वाति की बूंद, गुनगुनी धूप,
सावन की बौछार सी।
नन्ही परी, गुड़ की डली,
चाशनी तू प्यार की।
रंगों भरी, नन्ही कली,
खुशियां की बहार सी।
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