जिन्दगी के गीत गुनगुनाता चला गया!
जिन्दगी के गीत गुनगुनाता चला गया।
हर रास्ते से हाथ मिलाता चला गया।
जिन्दगी की कशमकश को नादानी में
हर फिक्र को धुएँ में उड़ाता चला गया।
मुश्किल हालात से, जीत और हार से
हर खौफ से आँख मिलाता चला गया।
कहीं नफरतें हैं तो कहीं बेरुखी है
हर किसी से प्यार निभाता चला गया।
ख़ुशी के झौंके है कहीं गम के साये
मुसाफिर हूं बस मुस्कुराता चला गया।
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