अहसास

चलते चलते बहुत दूर आ गये
तु मंजिल, हम राही बन गये,
तेरे संग बिताये हर लम्हें
मेरे गीत बन गये,
तुम ख्वाब बनकर,
मेरी जिंदगी बन गये,

                           
तुने जब भी मुड़कर देखा,
मुझे सामने ही पाया।
मैं जब भी तुझे देखती हूँ,
खुद को बर्बाद ही पाया।।

 

मोहब्बत मेरी गजल बन गई  है,
कलम की नोक पर आ गई है ।।
शब्द मुझसे नाराज है,
कैसे लिखूं.....
सब आकर तेरे नाम पे बैठी है।।

जिन्दगी के सबसे हसीन लम्हों
को जी कर आयी हुँ।
आज उनसे मिलकर आयी हुँ
वो नजरें चुराते रहे दिनभर हम से
और मैं उनको साँसों में भर लाई हुँ।
दिल को समझाकर .....
तनहाई साथ ले आयी हुँ।
ये कौन सी रीत निभायी मैंने
कि खामोशी की चूनर ओढ़ ली हुँ।

#आईना

करनी हो शिकवे-शिकायत तो
सामने आईना रख लेना,
सामने बैठे उस चहरे से
गुफ्तगू दो ,चार कर लेना,
कुछ अपनी कहना
कुछ उसकी सुन लेना,
जीभर देख के उसे
फिर जरा मुसकुरा देना,
उससे थोड़ी जान-पहचान
करते आना,
जाते-जाते फिर मिलने का
एक वादा कर आना,
एक लम्बी साँस
फिर माथा चूम लेना,

                           #देवी

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